उदयपुर. ‘जाको राखे साईयां मार सके ना कोय’ जी हां, कहावत है, किताबों में खूब पढ़ी होगी और सुनी भी होगी, मगर उदयपुर जिले की भिंडर पंचायत समिति स्थित हिंता गांव के लोगों ने इसे अपनी आंखों से देख भी लिया। दरअसल प्रदेश में आए यास तूफान के चलते घर की छत पर टीन शेड के पालने में सो रहा 2 महीने का एक मासूम टीन शेड सहित उड़ गया। जो करीब 500 मीटर दूर एक बबूल के पेड़ पर अटका मिला। इस घटना को जिस किसी ने भी सुना दांतों तले अंगुली दबा ली।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, चक्रवात यास के चलते प्रदेश में आए तेज अंधड़ ने यहां के लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया। इसी दौरान उदयपुर के हिंता में ये चौंकाने वाली घटना सामने आई। ग्रामीणों ने बताया कि 2 माह का कृष्णा छत पर बने टीन शेड के पालने में सो रहा था। अचानक आई तेज आंधी में बच्चा टीन शेड सहित उड़ गया। गनीमत रही कि टीन शेड करीब आधा किलोमीटर दूर एक बबूल के पेड़ से टकराकर उसी में फंस गई और बच्चा इसी पेड़ पर अटक गया।
जब बच्चे के परिजनों के रोने की आवाजें सुनी तो आसपास के लोग भी इकट्ठा हो गए और बच्चे को पेड़ से उतार लिया गया। इस दौरान बच्चे को मामूली खरोंचें ही आईं। बच्चे को सकुशल देख हर कोई हैरान था और इसे कुदरत का करिश्मा मानते हुए लोग यही कह रहे थे कि ‘जाको राखे साईयां मार सके ना कोय।’