भरतपुर की पंचायत समिति सेवर में समिति कार्यालय पर श्रम विभाग द्वारा मंगलवार को पंचायत समिति की सभी ग्राम पंचायतों के नरेगा कार्ड धारकों एवं मजदूर वर्ग के लोगों को लाभान्वित योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए एक शिविर का आयोजन किया जाना था। इस कार्यक्रम के जरिए मजदूरी कार्ड जारी करने के लिए पुरुषों एवं महिलाओं को आमंत्रित किया गया था। सूचना पाकर शिविर मे काफी संख्या में लोग पहुंचे, लेकिन शिविर में न तो श्रम विभाग के अधिकारी पहुंचे और न ही पंचायत विभाग के अधिकारीयों ने इस आयोजन में कोई दिलचस्पी दिखाई।
जब लोग काफी संख्या में जमा होते गए और शिविर में कोई व्यवस्था नहीं देखी गई तो मौजूद लोगों ने मीडियाकर्मियों को इस लापरवाही की जानकारी दी। पत्रकारों ने पहुंच कर व्यवस्था देखी तो काफी संख्या में लोग परेशान नजर आए। कवरेज के दौरान पंचायत समिति कार्यालय से विकास अधिकारी देवेंद्र सिंह गायब मिले जब उनसे मोबाइल पर बात की तो उन्होंने जिला कलेक्टर कार्यालय पर मीटिंग मे शामिल होने की बात कही।
इसी दरम्यान जब पत्रकारों ने श्रम विभाग के अधिकारियों से बात की तो अपनी गलती छुपाते हुए सारी लापरवाही पंचायती विभाग के अधिकारी देवेंद्र सिंह की बताई। जब इस घटनाक्रम के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया तो आनन फानन में टैंट लगवाया गया और पीने के पानी की व्यवस्था की गई और तब जाकर अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।